Thursday, December 19, 2013

सीताराम सपोलिया


जन्म- 22 नवंबर, 1938
जन्म स्‍थान- दियानी, जिला सांबा
शिक्षा- एमए‌ हिंदी, बीएड
व्यवसाय- सेवानिवृत्त सीनियर लेक्चरर
लेखन-1958 से

प्रकाशिक साहित्य -
हिंदी भजनमाला (सन 1962)
डोगरी देश प्यार दे गीत (सन 1963)
चेते बनी गे गीत (गीत, सन 1988)
मानस मोती (भजन, सन 1992)
मैह्क फुल्लें दी (कविताएं, सन 1966)
चाननी दे अत्‍थरुं (कहानियां, सन 2006)
भ्यागा दी कशबो (भजन, सन 2008)
मोनो ग्राफ दुर्गादास गुप्ता (सन 2010)


विशेष -
डोगरी संस्‍था के अलावा डुग्गर कला मंच सांबा, डोगरा सदर सभा सांबा और लाइंस क्लब सांबा के साथ जुड़े हुए हैं।

(अपरिहार्य कारणों के चलते पोस्ट करने में देरी हुई, उसके लिए खेद है।)




डोगरी के वरिष्‍ठ साहित्यकार सीता राम सपोलिया को सन 2013 के लिए साहित्य अकादमी दिया गया है। सपोलिया को यह सम्मान उनकी किताब 'दोहा सतसई' के लिए दिया गया। बहुआयामी व्यक्तितव के मालिक और मिलनसार सपोलिया सादगी और सरलता में विश्वास रखते हैं। इस खास मौके पर उनका कहना है कि यह उनका नहीं बल्कि उनकी भाषा और पूरे डुग्गर का सम्मान है। यह सम्मान उन सभी का सम्मान है जिन्होंने हर हाल में उनका साथ दिया और उनकी भाषा से प्रेम किया। सम्मान मिलने पर वह खुश हैं। लिखने के शौक के बारे में सपोलिया ने कहा कि वह सन 1957 में कीर्तन मंडली बना कर भजनों को गाया करते थे। साथ ही हिंदी और पंजाबी के भजन लिखते और गाते थे। जिस 'दोहा सतसई'  किताब के लिए उनको साहित्य अकादमी मिला है यह उनकी 9वीं किताब है। इसको लिखने में छह माह का वक्त लगा था। भविष्य की योजनाओं के बारे में उनका कहना था कि वह दो किताबें और लिख रहे हैं और उम्मीद है कि जल्द ही वह भी पूरी हो जाएगी। नए लेखकों के लिए उनकी राय थी कि लेखन साधना है। साधना में लगे रहें। साधना व्यर्थ नहीं जाती। इसका फल कभी न कभी मिल ही जाता है।


संपर्क -
गांव-दियानी
तहसील व जिला- सांबा

मोबाइल- 95966-07522