Thursday, October 16, 2025

घोड़ी- लड़के की शादी में गाए जाने वाले डोगरी लोक गीत

 




हिंदी में भावार्थ  


चूरी कचूरी देही में घोली है आओ बेटा खाओ जी

घर पहुंचते ही मां पूछ रही है, सास ससुर कैसे हैं
मेरा ससुर तीन लोकों का राजा है और सास गंगा जल की तरह है

नौ महीने बेटे को गर्भ में रखा, अब जा सास ससुर को सराह रहा है
गुस्सा मत हो मेरी मां दोबारा ससुराल नहीं जाउंगा

चूरी कचूरी देही में घोली है आओ बेटा खाओ जी

घर पहुंचते ही बहन पूछ रही है कि साला साली कैसे हैं
मेरी सालियां चंबे की कलियां हैं और साले की क्या  तारीफ करूं

छह महीने भाई के के साथ गलियों में खेली, अब जा साली साले की प्रशंसा कर रहा है
गुस्सा मत हो मेरी मां दोबारा ससुराल नहीं जाउंगा

चूरी कचूरी देही में घोली है आओ भाई खाओ जी

घर पहुंचते ही भाभी पूछ रही है कि प्रियतम कैसी लगी
सूर्यादय के समय जैसे किरणें फैलती हैं, वो तुमसे ज्यादा सुंदर है

छह महीने देवर को खाना बना कर खिलाया, अब जा तारीफ पत्‍नी की कर रहा है
गुस्सा मत हो मेरी भाभी दोबारा ससुराल नहीं जाउंगा

चूरी कचूरी देही में घोली है आओ देवर जी खाओ जी


गायिका- शीला शर्मा

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